पटना। अब क्या करेंगे नीतीश कुमार? कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए जो जहां है उसे वहीं रहने के सरकार के आदेश के बाद बड़ी समस्या उन छात्राओं के लिए है, जो अपने परिवार से दूर हैं। इसलिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बाद अब एमपी सरकार ने भी राजस्थान के कोटा से अपने राज्य के छात्रों को वापस लाने की तैयारी में लगी हुई है। जिससे छात्र सही सलामत अपने परिवार के पास पहुँच सके।
जानकारी के मुताबिक, शिवराज सरकार ने अपने राज्यों के छात्रों को वापस बुलाने के लिए लगभग 100 बसें भेजने का फैसला लिया है। 50 सीटों वाली इन बसों के जरिए कोटा में मध्य प्रदेश के छात्रों को वापस लाया जाएगा। करीब 2500 छात्रों को निकालने की योजना है। वहीं यूपी सरकार के बाद एमपी सरकार के इस फैसले के बाद बिहार की नीतीश सरकार पर भी छात्रों को निकालने को लेकर दबाव बढ़ेगा।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे छात्रों को वापस बुलाने के लिए करीब 200 बसें भेजी थीं। जिसके बाद से ही कोटा में फंसे छात्रों को उनके घर पहुंचाने का मुद्दा सियासी तौर पर गरमाया हुआ है। हालांकि इस फैसले को कई राजनीतिक पार्टियों का समर्थन भी मिला तो इस फैसले पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से नाराजगी भी जताई।
हालांकि अब एक बार फिर यूपी सरकार के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से उठाए जा रहे सवालों के बीच मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी दबाव बढ़ गया है। चूंकि कोटा में बिहार के भी हजारों छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों के परिवारवालों की मांग अगर नीतीश सरकार मानते हैं तो उनपर दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने का भी दबाव बढ़ेगा अब देखना ये होगा कि क्या करते हैं नीतीश सरकार?
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