Atal Bihar Vajpayee Wife: कौन थी अटल बिहारी बाजपेयी की पत्नी? भारतीय राजनीति मेंअटल बिहारी बाजपेयी का नाम सदा स्वर्ण अक्षरों में लिखा रहेगा। उन्होंने भारत के विकास के लिए कई दूरगामी परिणाम देने वाले योजनाओं को जनता को समर्पित किया था। वह बीजेपी के पहले प्राइम मिनिस्टर थे जिन्हें 5 साल तक कार्यकाल पूरा करने का मौका मिला। वह तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे।
लंबे समय तक देश में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान अटल बिहारी बाजपेई एक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति थे। अटल बिहारी बाजपेयी का निधन 16 अगस्त को शाम 5:05 पर हुआ था। राजनीति के साथ-साथ एक लेखक भी थे। उन्होंने अपनी राजनीतिक जिंदगी के साथ-साथ अपने वास्तविक निजी जीवन के बारे में भी खुलकर बातें की है।
अटल बिहारी बाजपेयी की निजी जीवन को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां लोगों के मन में हैं। जब अटल बिहारी बाजपेयी की मृत्यु हुई थी तो उन्हें मुखाग्नि देने के लिए उनकी पुत्री आई थी। ऐसे में लोगों के मन में कई प्रकार के सवाल उठे कि आखिर अटल बिहारी बाजपेयी की शादी कब हुई और उनकी पत्नी का क्या नाम है?
अटल बिहारी वाजपेयी की पत्नी का नाम
एक बार की बात है जब संसद का सत्र चल रहा था। तब किसी बात पर उनके विवाह को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा सवाल पूछ लिया गया था। संसद में ही अटल बिहारी बाजपेई ने विपक्ष के हमलों के बीच कहा था कि मैं अविवाहित जरूर हूं, लेकिन कुंवारा नहीं। जो भी उनके विवाह के बारे में पूछा जाता था तो वह बस सिर्फ मुस्कुराकर सवाल को टाल देते थे।
कई बार उन्होंने इस पर जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि व्यस्तता के कारण उनकी शादी नहीं हो पाई। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसंस्थापकों में से एक थे। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का जन्म ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। कहा जाता है कि कॉलेज के दिनों में ही उनकी एक महिला मित्र थीं।
अटल बिहारी बाजपेयी के इस महिला मित्र का नाम राजकुमारी कौल था। कहा जाता है कि राजकुमारी कॉल अटल बिहारी बाजपेयी के अंतिम दिनों तक उनके साथ रही थीं। दोनों ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे। ऐसा कहा जाता है कि राजकुमारी कौल ने अटल बिहारी बाजपेयी को उनके पत्र का जवाब दिया था लेकिन वह अटल बिहारी बाजपेयी को मिला नहीं।
कॉलेज के दिनों में अटल बिहारी बाजपेयी ने एक चिट्ठी लिखकर राजकुमारी कौल को अपने प्यार का इजहार किया था। लेकिन राजकुमारी कौल की चिट्ठी अटल बिहारी बाजपेयी को कभी नहीं मिली। फिर दोनों का जीवन आगे बढ़ा और अटल बिहारी बाजपेयी राजनीति में सक्रिय हो गए। दूसरी तरफ राजकुमारी कौल के पिता ने उसकी शादी कॉलेज प्रोफेसर ब्रिज नारायण कौल से कर दी।
बाद में अटल बिहारी बाजपेयी जब प्रधानमंत्री बने तो उस वक्त भी कौल परिवार उनके साथ ही रहता था। राजकुमारी कौल बेटी नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य के साथ प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के सरकारी निवास में उनके साथ ही रहते थे। नमिता को अटल बिहारी बाजपेयी ने दत्तक पुत्री का दर्जा दिया था। इसलिए अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के बाद उनकी दत्तक पुत्री नमिता ने ही उन्हें मुखाग्नि दी थी।
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