नई दिल्ली। राफेल सौदे से जुड़े में मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फिर से फंस सकते हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में राफेल सौदे से संबंधित केस की सुनवाई हुई। कोर्ट में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सरकार पर गलत दस्तावेज पेश करने का आरोप लगाया। पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान प्रशांत भूषण ने कोर्ट में कहा कि गलत दस्तावेज पेश करने के मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।
मामले में दोनों पक्षों की ओर से अदालत में लंबी और तीखी बहस हुई। बहस के सुप्रीम कोर्ट ने राफेल पर दायर पुनर्विचार याचिका और राहुल गांधी अवमानना मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया। इसके साथ ही कोर्ट ने प्रशांत भूषण को आदेश दिया कि पुनर्विचार याचिका पर सरकार के दलीलों का जवाब 2 हफ्तों में देना होगा।
राफेल विमान के सौदे के मामले में प्रशांत भूषण ने कहा कि सुरक्षा समिति की बैठक 2017 में हुई थी। ऐसे में इस सौदे को लेकर सरकार ने कोई बैठक नहीं की। जिसके बारे में अदालत में बैठक करने की गलत जानकारी पेश की गई। उन्होंने कहा कि अदालत में इस बैठक को लेकर गलत दावा पेश किया गया।
प्रशांत भूषण ने इस मामले में कुछ मैगजीन और न्यूजपेपर की कटिंग्स भी अदालत में पेश किए। उन्होंने कहा कि इस डील की प्रक्रिया को पूरी से पालन किया गया। एक तरफ जब डील की प्रक्रिया चल रही थी, तब पीएमओ की तरफ से एक अलग से डील भी चल रही थी।
राहुल गांधी पर कार्रवाई की मांग
राफेल विवाद से ही जुड़े एक और मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर चल रहे अदालत की अवमानना की सुनवाई भी हुई। मीनाक्षी लेखी की तरफ से राहुल गांधी के माफी को रद्द कर उनपर कार्रवाई करने का अनुरोध अदालत किया गया। मीनाक्षी लेखी के वकील मुकुल रोहतगी ने अदालत से अपील की है कि राहुल गांधी की माफी को नकारा जाए और उनपर कार्रवाई की जाए।
इस पर राहुल गांधी की तरफ पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने पहले ही मामले में खेद जता दिया है। बता दें कि राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है का नारा लगाया था जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को जोड़ दिया था। हालांकि बाद में उन्होंंने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांग ली थी।
क्या है राफेल विवाद?
राफेल का सौदा यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ था। बाद में फिर मोदी सरकार ने 23 सितंबर 2016 को फिर से राफेल विमान को लेकर नया समझौता भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच हुआ था। इसी सौदे में हेराफेरी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी का कहना है कि राफेल सौदा एक बड़ा घोटाला है। उन्होंने इस मामले की जेपीसी (Joint Parliament Committee) के जरिए कराने की मांग की थी।
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