Pregnancy Tips: गर्भवती महिलाओं को कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं

गर्भवती महिलाओं को कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं

Pregnancy Tips: गर्भवती महिलाओं को कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं? इसको लेकर कई महिलाओं के मन में शंका होती है। कुछ महिलाएं कोल्ड ड्रिंक पी लेती हैं। लेकिन घर के बड़े-बुजुर्ग और हमारी दादी-नानी कोल्ड ड्रिंक पीने से मना करती हैं। आइए जानते हैं कि क्या गर्भवती महिलाओं को कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए?

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गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खास ध्यान रखना पड़ता है। कोल्ड ड्रिंक के अलावा ऐसी कई चीजें हैं, जिन्हें खाने और पीने से डॉक्टर मना करते हैं। लेकिन यदि आप अपनी मर्जी से कुछ चीजों और पेय पदार्थ का सेवन करती हैं तो आपको इसका हानिकारक प्रभाव झेलना पड़ सकता है।

गर्भवती महिलाओं को कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए या नहीं

गर्भ के दौरान पूरे नौ महीने तक आपको खाने-पीने की चीजों को लेकर सावधानी बरतनी होती है। आपको अपने डायट का काफी ख्याल रखना पड़ता है। आप इस दौरान जो कुछ भी खाते-पीते हैं, उसका सीधा असर बच्चे पर पड़ता है। इसलिए इस दौरान खाने-पीने को विशेष तौर पर सावधान रहना चाहिए।

गर्भवती स्त्रियों को इस दौरान दूध, फलों का रस, मिल्क शेक जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए। इस दौरान किसी भी स्थिति में सोडा, कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक और कैफीय से युक्त ड्रिंक और खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए।

गर्भवती महिलाओं के लिए कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान

कैफीन होता है खतरनाक – अधिकांश कोल्ड ड्रिंक और कोला में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। इस सेवन करने से रक्त में कैफीन का अवशोषण तेज हो जाता है। यह आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।

बच्चें के लिए हानिकारक – कैफीन शरीर में पहुंचकर संचार तंत्र में यह 11 घंटे तक रहता है। यह आपके बच्चे के लिए बहुत ही खतरनाक होता है। भ्रूण इस जहरीले पदार्थ के असर को कम करने के लिए संघर्ष करता है।

डिहाइड्रेशन का बनता है कारण – कोल्ड ड्रिंक में पाया जाने वाला कैफीन मूत्रवर्धक पदार्थ होता है। इससे बार-बार पेशाब की समस्या हो जाती है। इससे आपको डिहाइड्रेशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 200 मिलीग्राम से अधिक कैफीन नहीं लेना चाहिए।

गर्भपात का बन सकता है कारण – कोल्ड ड्रिंक में मौजूद कैफीन की अधिक मात्रा लेने से नींद न आने की समस्या पैदा होती है। 300 मिलीग्राम से अधिक कैफीन का सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है। NCBI की रिपोर्ट के अनुसार, 500mg से अधिक कैफीन लेने से बच्चे में दिल की धड़कन तेज होना और सांस लेने का स्तर बढ़ जाता है।

गर्भावस्था में जटिलताएं बढ़ाती है – कलरिंग एजेंट, प्रिजर्वेटिव, स्वीटनर और फ्लेवर गर्भावस्था के दौरान जटिलताओं को बढ़ाने का काम करता है। चीनी का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है और आपके बच्चे के विकास को भी प्रभावित करता है। कृत्रिम फ्लेवर से बच्चे को एलर्जी हो सकती है।

समय से पहले गर्भपात का खतरा – गर्भवती महिलाओं का पेट तापमान के प्रति बहुत ही अधिक संवेदनशील होता है। ठंडा पेय पदार्थ पीने से पेट और रक्त वाहिकाओं में अचानक सिकुड़न आ जाती है। इससे भूख ना लगना, अपच की समस्या, पेट में ऐठन और समय से पहले गर्भपात आदि जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

नोट – यह एक सामान्य जानकारी है। यह किसी भी तरह से डॉक्टरी सलाह नहीं है। विशेष जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।

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