नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की पिस्तौल को पुलिस अगले हफ्ते फॉरेंसिक प्रयोगशाला में भेजेगी। अधिकारियों ने बताया कि प्रयोगशाला में यह जांच की जाएगी कि क्या हिंसा के दौरान पिस्तौल से गोलीबारी की गई थी। इस पिस्तौल को पुलिस ने शुक्रवार को बरामद किया था।
उल्लेखनीय है कि दंगे के दौरान खुफिया विभाग के कर्मी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आत्मसमर्पण करने की अर्जी अदालत द्वारा खारिज किए जाने के बाद पुलिस ने ताहिर हुसैन को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया था। शर्मा के पिता की शिकायत पर पुलिस ने हुसैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि, ताहिर हुसैन ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है।
अबतक दिल्ली हिंसा में 53 लोगों की जान गई थी
दिल्ली पुलिस ने बताया कि पिछले महीने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में 690 मामले दर्ज किए गए हैं और करीब 2,200 लोगों को हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा में 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब 200 लोग घायल हुए हैं।
पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक शस्त्र कानून के तहत 48 मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 2,193 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 50 लोगों को शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है।
इस बीच, हिंसा के दौरान एक व्यक्ति की हत्या करने के आरोप में 27 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया है। अपराध शाखा दंगों के दौरान हुई हत्याओं की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में शाहनवाज नामक व्यक्ति को 20 वर्षीय दिलबर सिंह नेगी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि मामले में दूसरे संदिग्ध की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि नेगी का क्षत-विक्षत शव 26 फरवरी को ब्रह्मपुरी में बरामद हुआ था। वह उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला था और छह महीने पहले राष्ट्रीय राजधानी आया था। वह दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में एक मिठाई की दुकान पर काम करता था।



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