रायपुर। एक तरफ जहां देश कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार हो रहा है, वहीं देश के लिए एक दुखद खबर भी है। छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हो गए हैं। हमले में 14 घायल हैं। बता दें कि शनिवार को यह हमला किया गया। शहीद होने वाले जवानों में डीआरजी और एसटीएफ के जवान शामिल हैं।
नक्सली हमले में 14 घायल जवानों को रायपुर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि शहीद होने वाले जवानों में 12 जवान डीआरजी के हैं। हमले के बाद नक्सलियों ने जवानों से हथियार भी लूट लिए हैं। जिन हथियारों की लूट की गई है उनमें K-47, इंसास, LMG और UBGL जैसे हथियार शामिल हैं।
दरअसल पुलिस और नक्सलियों के बीच शनिवार को खूनी संघर्ष की सूचना मिली। घटना शनिवार दोपहर 2:30 बजे की है जब सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। संघर्ष में सबसे ज्यादा नुकसान जिस बल को हुआ वो स्थानीय युवाओं का सुरक्षा बल डीआरजी है। डीआरजी का नक्सलियों के खिलाफ अभियान में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
गुप्त सूचना पर सुरक्षा बलों ने कोराजगुड़ा के चिंतागुफा में सशस्त्र बल और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई शुरु की। संयुक्त टीम को एल्मागुंडा के नजदीक नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। खुफिया सूचना मिलने के बाद संयुक्त बल ने चिंतागुफा, बुर्कापाल और टिमेलवाडा कैंप से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
खबरों के मुताबिक, एलमागुंडा के नजदीक सुरक्षा बल जैसे ही पहुंची, नक्सलियों ने संयुक्त बल पर हमला बोल दिया। घटना स्थल एलमागुंडा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर है।
संयुक्त टीम के अधिकारी ने कहा, ग्राउंड इनपुट के आधार पर ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कम से कम 5 नक्सली मारे गए हैं और इतनी ही संख्या में घायल भी हैं। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल ने भी नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।



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