नई दिल्ली। जब भी कभी आपको दूर की यात्रा करनी हो तो भारतीय रेल का ख्याल जरूर मन आता होगा। भारतीय रेल दुनिया की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है। रोजाना इस रेल नेटवर्क के जरिए लाखों आबादी रोजाना सफर करता है। भारतीय रेल में कई रेलगाड़ियां अलग-अलग श्रेणियों में विभिन्न प्रदेशों में चलाए जाते हैं।
भारतीय रेलवे में राजधानी एक्सप्रेस, सप्तक्रांति एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, सुपरफास्ट एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, गरीबरथ एक्सप्रेस, वंदेभारत एक्सप्रेस और मेल/एक्सप्रेस और पेसेंजर गाड़ियां शामिल हैं। इसके अलावा कई पर्यटक ट्रेन और लग्जरी ट्रेन और डबल डेकर एक्सप्रेस ट्रेन भी चलाई जाती है।
लेकिन इसी भारतीय रेल में कुछ खामियां भी हैं जिससे यात्रियों को दो-चार होना पड़ता है। लेकिन वक्त के साथ रेलवे ने अपनी सुविधाओं में कई बदलाव भी किए हैं। यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने के लिए रेलवे हमेशा प्रयासरत रहती है। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव करते हुए यात्रियों को लिए राहत की खबर दी है।
रेल मंत्रालय ने ट्रेन और स्टेशनों पर सामान बेचने वालों पर नकेल कसने का फैसला लिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक वीडियो के जरिए कहा है कि अगर ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर सामान बचने वाला यदि आपको बिल नहीं देता है तो फिर उसे पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है। वो सामान आपके लिए फ्री होगा।
रेलवे द्वारा No Bill, No Payment की नीति अपनाते हुए विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों को बिल देना अनिवार्य किया गया है।
ट्रेन अथवा रेलवे प्लेटफार्म पर यदि कोई विक्रेता आपको बिल देने से इंकार करता है तो आप को उसे पैसे देने की आवश्यकता नही है। pic.twitter.com/qxcnnjtemb
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 18, 2019
दरअसल रेलवे ने नो बिल, नो पेमेंट की नीति को गुरुवार से पूरी तरह सभी स्टेशनों और ट्रेनों में लागू कर दिया है। इससे ट्रेनों और स्टेशनों पर भ्रष्टाचार पर लगाम भी लगेगी और यात्रियों को सही कीमत पर सामान भी मिल सकेगा। यदि मोदी सरकार का यह कदम सही तरीके से और सख्ती से लागू हो जाता है तो यह मोदी सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि होगा।
रेल मंत्री ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि रेलवे ने No Bill, No Payment की नीति को अपनाते हुए सभी ट्रेनों और स्टेशनों पर विक्रेताओं के लिए बिल देना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई विक्रेता ट्रेन में और स्टेशन पर यात्रियों को सामान के बदले बिल देने से इन्कार करता है तो आपको उसे खरीदे गए सामान के लिए पैसे देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
बता दें कि यात्रियों द्वारा अक्सर पानी की बोतलें और खाने का सामान की कीमत को लेकर शिकायतें मिलती रहती हैं। रेलवे में काम करने वाले वेंडर्स अक्सर यात्रियों से सामान की ज्यादा कीमत बसूलते रहे हैं। लेकिन इस नियम के लागू होने के बाद अब 5 रूपए के सामान के लिए भी बिल देना अनिवार्य होगा। इससे ट्रेन में रोजाना सफर करने वाले लाखों यात्रियों को फायदा होगा।
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