लखनऊ। बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज की FIR पर अब बवाल मच गया है। योगेश ने 7 लोगों के खिलाफ गोकशी में एफआईआर दर्ज कराई है। दो आरोपियों के परिवारवालों का कहना है कि उनके बच्चे नाबालिग हैं और पूरी तरह से निर्दोष हैं। हालांकि पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी कहने से बच रही है। वहीं परिवार वालों का कहना है कि योगेश राज के दबाव में पुलिस ने दो नाबालिग के नाम पर एफआईआर दर्ज किया है।
उक्त मामले में पुलिस ने योगेश राज की शिकायत पर सोमवार को 7 गोकशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। योगेश राज ने सोमवार को स्याना पुलिस को तहरीर दिया और बताया कि वह अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार सुबह करीब नौ बजे गांव महाब के जंगलों में घूम रहा था। इसी दौरान उसने नयाबांस के आरोपी गोतस्कर सुदैफ चौधरी, इलियास, शराफत, परवेज, (दो नाबालिग) और सरफुद्दीन को गोवंशों का कत्ल करते हुए देखा।
एफआईआर में दो बच्चों का भी नाम है जिसकी उम्र क्रमश: 11 और 12 साल है। बच्चों के पिता का कहना है कि उनके बच्चे बेकसूर हैं। बच्चे के पिता ने कहा दोनों बच्चे छोटे हैं, वह गोकशी कैसे कर सकते हैं। बच्चे के पिता ने अपने दोनों बच्चों का आधार कार्ड भी दिखाया। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही सही बात सामने आएगी।
गौरतलब है कि योगेश राज पहले एक प्राइवेट नौकरी करता था। 2016 में योगेश बजरंग दल का जिला संयोजक बना। संयोजक बनने के बाद योगेश अपनी नौकरी छोड़कर पूरी तरह संगठन के लिए काम करने लगा। योगेश राज ने सोमवार उस हिंसक भीड़ की अगुआई की थी जिसमें हिंसा हुई थी।
योगेश राज स्याना के नयाबांस गांव का रहने वाला है और पहले भी कई विवादों में उसका नाम सामने आ चुका है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस एफआईआर के अनुसार योगेश राज अपने साथियों के साथ मिलकर भीड़ को भड़का रहा था।
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