Lord Vishnu Avtar: भगवान विष्णु का 10वां अवतार कहां होगा? हिंदू धर्म में भगवान विष्णु का स्थान बहुत ही उच्च बताया गया है। भगवान विष्णु को जगत के पालनहार कहा जाता है। पूरी सृष्टि को संचालित करने का जिम्मा त्रिदेव पर है। त्रिदेव भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव मिलकर इस सृष्टि का संचालन करते हैं।
एक तरफ भगवान ब्रह्मा इस सृष्टि का निर्माण करते हैं तो इस सृष्टि का पालन पोषण का जिम्मा भगवान विष्णु निभाते हैं। सृष्टि में पाप और पुण्य का असंतुलन होने पर इसका नाम भगवान शिव करते हैं। सृष्टि में निरंतरता बनाए रखने के लिए सृजन के साथ-साथ नाश भी बहुत ही आवश्यक होता है।
भगवान विष्णु ने अब तक कई अवतार इस धरती पर लिया है। जब जब इस धरती पर पाप में वृद्धि हुई है तो उसका नाश करने के लिए भगवान विष्णु ने अवतार लिया है। कलयुग में भी भगवान विष्णु का एक अवतार होने वाला है। भगवान विष्णु के इस अवतार को कल्कि अवतार कहा जाता है।
हालांकि भगवान विष्णु के इस कल्कि अवतार का जन्म कहां पर होगा, इस बात का निश्चय बहुत पहले ही हो चुका है। श्रीमद्भागवत और भविष्य पुराण के अनुसार भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि का जन्म संभल गांव में होगा। ऐसी मान्यता है कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्थित संभल गांव में कल्कि अवतार होगा।
भगवान विष्णु के इस अवतार में उनके पिता का नाम विष्णुयश और माता का नाम सुमति होगा। कल्की भगवान भगवान शिव के परम भक्त होंगे और शिव की तरह ही पापियों का विनाश करके कलयुग का अंत करेंगे। कलयुग के अंत के बाद फिर से इस सृष्टि का शुभारंभ होगा।
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भगवान विष्णु के अबतक कितने अवतार हुए हैं?
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु के अबतक कुल 9 अवतार हो चुके हैं। भगवान विष्णु को अवतारी भगवान भी कहा जाता है। वह समय-समय पर पृथ्वी पर अवतार लेते रहते हैं। विष्णु पुराण में इन अवतारों का नाम बताया गया है।
- मत्स्य अवतार- इस अवतार में भगवान विष्णु ने एक मछली के रूप में इस धरती पर अवतार लिया था। इस अवतार में उन्होंने वेदों की रक्षा के लिए यह अवतार लिया था।
- वराह अवतार – भगवान विष्णु अपने वराह अवतार में एक सूअर का रूप धारण किया था। इस अवतार में उन्होंने हिरण्याक्ष राक्षस का वध किया था।
- कच्छप अवतार – भगवान विष्णु ने इस अवतार में एक कछुए के रूप में धरती पर जन्म लिया था। इस अवतार में उन्होंने कछुए के रूप में समुंद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों की मदद की थी।
- नरसिंह अवतार – भगवान विष्णु का यह अवतार बहुत ही ज्यादा भयावह था। इस अवतार में भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रल्हाद की रक्षा के लिए लिया था। अपने नरसिंह अवतार में भगवान विष्णु ने अपना विराट स्वरूप दिखाया था। इस अवतार में भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान ने उनके पिता हिरना कश्यप को मार दिया था।
- वामन अवतार – वामन अवतार में भगवान विष्णु ने पौत्र राजा बलि से तीन पग जमीन मांगी थी। तीन पग जमीन में उन्होंने पूरी सृष्टि को नाप लिया था।
- परशुराम अवतार – अपने परशुराम अवतार में भगवान विष्णु ने क्षत्रियों के अहंकारी विद्वान से बचाने के लिए इस संसार से क्षत्रियों का नाश कर दिया था।
- श्री राम अवतार – भगवान विष्णु के इस अवतार को मर्यादा पुरुषोत्तम अवतार माना जाता है। भगवान विष्णु ने अपने इस अवतार में बुराई का पर्याय बन चुके रावण का नाश किया था।
- श्री कृष्ण अवतार – ऐसा माना जाता है कि श्री कृष्ण अवतार भगवान विष्णु का पहला संपूर्ण अवतार है। इस अवतार में भगवान विष्णु ने अपने प्रत्यक्ष रूप में धरती पर अवतार लिया था। इस अवतार में भगवान विष्णु ने पापी कंस का वध किया था और महाभारत के युद्ध में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- भगवान बुद्ध अवतार – भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का ही अवतार माना जाता है। बिहार के गया स्थित महाबोधि मंदिर में भगवान विष्णु के इस अवतार की विशेष रूप से पूजा की जाती है। इन्हें इस अवतार में गौतम बुद्ध और महात्मा बुद्ध के नाम से संबोधित किया गया है। भगवान बुद्ध को बौद्ध धर्म के संस्थापक माना जाता है।
भगवान विष्णु का 10वां अवतार अब कलयुग में होने वाला है। ऐसी मान्यता है कि कलियुग के अंत में भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि भगवान का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में संभल गांव में होगा।



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