Shani Direction Tips: वास्तु के अनुसार घर की पश्चिम दिशा बेहद खास होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनि देव कर्म के अनुसार व्यक्ति को फल प्रदान करते हैं। व्यक्ति के अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब शनिदेव ही करते हैं। मनुष्य के कर्मों के हिसाब से ही शनिदेव प्रत्येक मनुष्य को फल प्रदान करते हैं।
शास्त्रों में शनिदेव की पसंद, नापसंद और प्रिय राशियों के बारे में विस्तार से बताया गया है। वास्तु शास्त्र में भी शनि की दिशा का जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया है कि यदि आप शनिदेव को प्रसन्न रखना चाहते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो आपको बहुत ही बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
वास्तु शास्त्र में दसों दिशाओं का बहुत ही अधिक महत्व बताया गया है। इन 10 देशों में मुख्य दिशाएं उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम है। इन चार दिशाओं को लेकर वास्तु शास्त्र में बहुत कुछ बताया गया है। इसके अलावा इन चार दिशाओं के उपदिशा भी होते हैं। ईशान कोण, आग्नेय कोण, नेऋत्य कोण, वायव्य कोण प्रमुख उप दिशाएं हैं। जबकि आकाश और पृथ्वी को भी दिशा में ही शामिल किया जाता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, प्रत्येक दिशा के एक खास देवता होते हैं और वह उसी दिशा में रहते हैं। शनिदेव की दिशा पश्चिम दिशा माना गया है और इस दिशा में शनिदेव का वास होता है। शनि देव को काला रंग पसंद है। काला कौवा को शनिदेव का प्रतीक माना जाता है।
शनि की दिशा में करें यह काम
घर की पश्चिम दिशा को लेकर यदि आप कुछ खास बातों का ध्यान रखते हैं तो आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। घर की पश्चिम दिशा में हमेशा गेस्ट रूम बनाना उत्तम रहता है। इसके अलावा इस स्थान पर आप बच्चों का कमरा भी बनवा सकते हैं।
वास्तु के अनुसार, पश्चिम दिशा में ओवरहेड वाटर टैंक का निर्माण किया जा सकता है। साथ ही पश्चिम दिशा की दीवारों पर वॉयलेट या ग्रे कलर करना उत्तम माना जाता है। माना जाता है कि इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि पश्चिम दिशा में घर का स्लोप नहीं होना चाहिए। इस दिशा में घर का तल पूर्व की अपेक्षा थोड़ा ऊंचा रखना चाहिए। इस प्रकार की बातों का ध्यान रखने से आप हमेशा खुश रहेंगे और आपके घरों में कभी भी दरिद्रता वास नहीं करेगी।
पश्चिम दिशा का दोष कैसे दूर करें?
यदि आपके घर के पश्चिम दिशा में कोई दोष है तो उसे कुछ खास उपाय करके आप दूर कर सकते हैं। वास्तुशास्त्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि यदि पश्चिम दिशा में आपके घर में कोई दोष है और उसको दूर करना संभव नहीं हो पा रहा है तो घर में शनि यंत्र की स्थापना करना चाहिए और उनकी पूजा करना चाहिए।
पश्चिम दिशा की दीवार पर हमेशा डार्क कलर दीवारों पर लगाना चाहिए। इस उपाय को करने से शनि देव की दृष्टि आपके ऊपर हमेशा सौम्य रहेगी।
इस तरह के घरों में रहने वाले लोगों को मांस मदिरा आदि से हमेशा दूरी बना कर रखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि भैरव की उपासना करने से पश्चिम दिशा का दोष खत्म हो जाता है।
अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। यह जानकारी सिर्फ लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए प्रदान किया गया है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते।



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