नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में अपने तीन साल का सफर तय कर लिया है। इसके साथ ही सूबे की भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार ने नया इतिहास रचा है। मालूम हो कि अभी तक बीजेपी में तीन साल तक यूपी में कोई सीएम नहीं रह सका है।
उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकाल के लगातार तीन साल तक काम करके योगी सरकार ने ये महारथ अपने नाम कर लिया है। बता दें कि योगी आदित्यनाथ से पहले बीजेपी के कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता जैसे कद्दावर नेता यूपी के सीएम रह चुके हैं।
14 साल के सियासी वनवास के बाद बीजेपी उत्तर प्रदेश में तीन साल पहले लौटी तो सबकी जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर मुख्यमंत्री का ताज किस नेता के सर सजेगा ? केशव प्रयाद मौर्य से लेकर दिनेश शर्मा और महेश शर्मा तक के नाम की चर्चा हो रही थी, लेकिन एक चेहरा जब योगी आदित्यनाथ के रूप में उत्तर प्रदेश के सत्ता में आई तो सबके अरमानों पर पानी फिर गया।
19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुख्यमंत्री का कमान अपने हाथ में लिया और आज अपने तीन साल के कार्यकाल को पूरा किया है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी में खुशी और निराशा के कई अवसर आए। इतना ही नहीं जब भी मोदी-शाह की जोड़ी ने योगी सरकार को जो भी काम और हुक्म दिया, योगी सरकार ने उसे पूरा करने में अपनी पूरी जान लगा दी।
योगी सरकार ने कई फैसले ऐसे लिए जिसमें उन्हें दिन-रात लगातार काम करना पड़ा, लेकिन योगी सरकर ने दिन-रात काम करके खुद को साबित कर दिखाया। शायद इसी का नतीजा है कि बीजेपी में मोदी-शाह के बाद तीसरे सबसे कद्दावर नेता के तौर पर योगी आदित्यनाथ जाने जाते हैं।
✍’पुष्पांजलि’
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