योग साधना में आपका स्वागत है। योग प्राचीन भारत का सफलतम् प्रयोग है। प्रचीन काल से ही भारत में योग का अस्तित्व है। योग मनुष्य के शरीर से समस्त रोगों का नाश करता है। योग से शारीरिक चेतना का विकास होता है। जो मनुष्य योग को अपने जीवन में शामिल करता है, उसे तन, मन, बुद्ध और आत्मा का सामर्थ्य प्राप्त होता है। सूर्य नमस्कार (benefits of Surya namaskar) उन्हीं में से एक है।
दैनिक जीवन में योग शरीर को स्फूर्ती और ऊर्जा प्रदान करता है और रोगों से मुक्ति दिलाता है। योग में इस सृष्टि की समस्त दिव्यताएँ समाहित हैं। मनुष्य का हर कर्म योग से शुसोभित है। योग व्यक्ति के अंदर दुर्विचार, दुष्कर्म, दुर्भावना और अशुभ प्रवृतियों का नाश करता है और व्यक्ति को इन विकारों से मुक्ति प्रदान करता है।
दैनिक जीवन में व्यायाम भी योग का ही एक रूप है। शरीर को स्फूर्द और स्वस्थ्य रखने के लिए व्यायाम करना अति आवश्यक है। समस्त व्यायामों में सूर्य नमस्कार को सर्वोत्तम माना जाता है।


सूर्य नमस्कार क्यों करें? (Why should we practice the Suryanamaskar?)
सूर्य नमस्कार को समस्त व्यायामों में सबसे उत्तम माना गया है। सूर्य नमस्कार की विविध प्रक्रियाओं द्वारा हमारे मनीषियों का हमें प्राकृतिक नियमों के साथ-साथ साहचर्य बनाने में मदद करता है। इससे शरीर आयोग्यमय होकर जीवन जीने का अद्भुत संदेश भी देता है। सूर्य नमस्कार को करने के लिए हमें ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है। इसे व्यक्ति छत, आँगन भी कर सकता है।
सूर्य नमस्कार की स्थितियाँ (Surya Namaskar Conditions)
सूर्य नमस्कार की कुल 12 स्थितियाँ हैं। इस सभी स्थितियों को सही तरीके से करने से व्यक्ति को रोगों से शीघ्र ही लाभ मिलता है। सूर्य नमस्कार की कुल 12 स्थितियाँ इस प्रकार हैं-
- प्रणामासन
- ऊधर्वहस्तासन
- पादहस्तासन
- अश्वसंचालनासन
- पर्वतासन
- अष्टांगनमनासन
- भुजांगसन
- पर्वतासन
- अश्वसंचालनासन
- पादहस्तासन
- ऊधर्वहस्तासन/ हस्तोत्तानासन
- प्रणामासन या नमस्कार मुद्रा


सूर्य नमस्कार के लाभ (benefits of Surya namaskar)
- सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण व्यायाम है। इससे शरीर के सभी अंग रोगों से मुक्त हो जाते हैं।
- सूर्य नमस्कार से शरीर में पेट, आमाशय, अग्न्याशय, हृदय, आँत, फेफड़ों को लाभ मिलता है और ये स्वस्थ रहते हैं।
- सूर्य नमस्कार शरीर के मेरुदण्ड और कमर को लचीला बनाता है। इससे मेरुदण्ड की विकृतियों से मुक्ति मिलती है।
- सूर्य नमस्कार से संपूर्ण शरीर में रक्त का संचार सही तरीके से होता है। जिससे शरीर में खून साफ होता है और शरीर को चर्मरोग जैसी बिमारियों के मुक्ति मिलती है।
- यह व्यायाम संपूर्ण शरीर को आयोग्य प्रदान करता है। इससे शरीर का हर अंग स्वस्थ रहता है।
- सूर्य नमस्कार का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसे हमारे शरीर में विटामिन-डी की कमी नहीं होता है। सुबह के समय सूर्य नमस्कार करने से शरीर में विटामिन-डी, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे तत्वों में वृद्धि होती है। इससे हमारे शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती हैं।
- इस व्यायाम से हमारे शरीर से तनाव, थकान और उदासीनता का नाश होता है। सूर्य नमस्कार को करने से मन, मस्तिष्क और शरीर हमेशा ऊर्जामान और तरोताजा रहता है।
इस प्रकार हम देखते है कि सूर्य नमस्कार के लाभ कई हैं। यदि मनुष्य रोज नियमित रूप सूर्य नमस्कार करे तो निश्चित ही यह लाभदायक होता है। बीमार व्यक्ति को सूर्य नमस्कार का क्रिया को योग-शिक्षक से परामर्श लेकर करना चाहिए। बिमारी की हालत में सूर्य नमस्कार करने से शरीर में विपरित परिणाम मिल सकते हैं।



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