Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि में कन्या पूजन का बहुत ही अधिक महत्व है। ऐसी मान्यता है कि नवरात्र में किए गए व्रत का फल तबतक नहीं मिलता है जबतक आप नवरात्रि में कन्या पूजन नहीं करते हैं। बिना कन्या पूजन के नवरात्र व्रत अधूरी मानी जाती है।
कन्या पूजन का महत्व नवरात्र में बहुत ही अधिक है। कन्याओं को माता दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजना चाहिए। इस साल अष्टमी तिथि 22 अक्टूबर को और नवमी तिथि 23 अक्टूबर को है। नवरात्रि में नवमी तिथि को बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
यह भी ट्रेंड में है 😊👇

सपने में आभूषण देखना देता है व्यापार में उन्नति का संकेत, जानिए सपने में आभूषण देखने के शुभ फल
सपने में आभूषण देखना शुभ होता का संकेत होता है लेकिन कई बार यह सपना…

Aaj Ka Rashifal 13 September 2025: आज इन 6 राशियों के लिए है कठिन दिन, जानें सभी 12 राशियों का हाल
Aaj Ka Rashifal 13 September: 13 सितंबर 2025, शनिवार का दिन ग्रहों की दृष्टि से…

Numerology: मूलांक 8 वालों पर रहती है शनिदेव की खास कृपा, संघर्ष के बाद मिलती है बड़ी सफलता
अंक ज्योतिष (Numerology) में हर अंक का अपना अलग महत्व होता है। यह व्यक्ति के…
नवरात्र में नवमी के दिन हवन और कन्या पूजन करने का विधान है। जो लोग पूरे 9 दिनों तक व्रत रखते हैं, वे हवन पूजन और कन्या पूजन के बाद ही अपने व्रत का पारण करते हैं। आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि में नवमी को कन्या पूजन कैसे करें?
नवरात्रि में कन्या पूजन कैसे करें?
धार्मिक मान्यता है कि कन्या पूजन के बिना माँ दुर्गा की पूजा अधूरी मानी जाती है। नवरात्रि के 9 दिनों में किसी भी दिन कन्या पूजन किया जा सकता है। लेकिन अष्टमी और नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
ताजा खबरें 😄👇

Happy New Year Shubhkamna Sandesh: अपने फ्रेड्स और फैमली को भेजें यह शुभकामना संदेश
नया साल एक नई शुरुआत, नई उम्मीदों और नए सपनों का संदेश लेकर आता है।…

Huawei Mate 80 सीरीज: डिमांड इतनी ज्यादा कि कंपनी भी हैरान! क्या आपको भी करना होगा इंतजार?
Huawei ने चीन के स्मार्टफोन बाजार में Mate 80 सीरीज के साथ धमाकेदार वापसी की…

क्या बंद हो रही है लाडकी बहिन योजना? नवंबर-दिसंबर की किस्तें अटकीं, जानें पूरा मामला
महाराष्ट्र की लाडकी बहिन योजना में दो महीने से किस्तें अटकी हैं। चुनावी प्रक्रिया को…
मान्यता है कि 10 वर्ष तक की कन्याओं का पूजन करना अति पुण्यदायक होता है। कन्याओं के साथ एक बालक की भी पूजा होती है। बालक की पूजा भैरों बाबा के रूप में की जाती है। 9 कन्याओं और एक बालक की पूजा करना शुभ माना जाता है।
- Indira Ekadashi Vrat: इंदिरा एकादशी व्रत कब है? जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
- घर में नवरात्रि पूजा कैसे करें? जानिए नवरात्रि पूजन विधि और मंत्र
- घर में शिवलिंग की पूजा कैसे करें? जानें सही विधि और नियम
- Ganesh Chaturthi Puja Vidhi: ऐसे करें गणेश जी की पूजा, सबकुछ मिलेगा
- भगवान गणेश की पूजा इस तरह करने से होती है हर मनोकामना पूर्ण
कन्या पूजन विधि
1- कन्या पूजन के लिए एक दिन पहले ही कन्याओं को आमंत्रित करें।
2- सभी कन्याओं के पांव को साफ जल, दूध और पुष्प मिश्रित पानी से धोएं।
3- इसके बाद कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
4- सभी कन्याओं को लाल चंदन या कुमकुम का तिलक लगाएं।
5- श्रद्धा अनुसार कन्याओं को चुनरी भी ओढ़ा सकते हैं।
6- सभी कन्याओं को भोजन कराएं और दक्षिणा या उपहार दें।
7- फिर सभी कन्याओं का पांव छूकर आशीर्वाद लें।
8- कन्या पूजन के बाद माता रानी का ध्यान करें और क्षमा प्रार्थना करें।
डिस्क्लेमर – इस जानकारी की स्टीकता पर हम दावा नहीं करते। यह जानकारी धार्मिक और लोक मान्यताओं पर आधारित है।

देश और दुनियाँ की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ। लेटेस्ट न्यूज के लिए Huntnews.Com के होमपेज पर जाएं। आप हमें फेसबुक, पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब कर सकते हैं।
































