व्रत में गाजर या गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं – जानिए पूरी सच्चाई

व्रत में गाजर या गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं

व्रत में गाजर हलवा या गाजर से बनी हुई कोई चीज खा सकते हैं या नहीं? व्रत के दौरान कई चीजों का सेवन पर पाबंदी होती है। लहसुन और प्याज का सेवन तो व्रत के दौरान पूरी तरह से निषेध होता है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल होता है कि व्रत के दौरान गाजर या गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं? आइए जानते हैं कि व्रत के दौरान या उपवास में गाजर का हलवा या गाजर था गाजर से बनी हुई कोई भी चीज का सेवन करना चाहिए या नहीं?

गाजर एक हेल्दी सब्जी है, लेकिन व्रत में हर चीज खाने की अनुमति नहीं होती। यह जमीन के अंदर उगती है। हिंदू धर्म में व्रत के दौरान कंदमूल और फलाहारी चीजों को खाने की अनुमति होती है। इस वजह से गाजर को व्रत में खाया जा सकता है। गाजर में फाइबर, विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।

यह भी ट्रेंड में है 😊👇

सपने में आभूषण देखना

सपने में आभूषण देखना देता है व्यापार में उन्नति का संकेत, जानिए सपने में आभूषण देखने के शुभ फल

सपने में आभूषण देखना शुभ होता का संकेत होता है लेकिन कई बार यह सपना…

Nov 23, 2025
Aaj Ka Rashifal

Aaj Ka Rashifal 13 September 2025: आज इन 6 राशियों के लिए है कठिन दिन, जानें सभी 12 राशियों का हाल

Aaj Ka Rashifal 13 September: 13 सितंबर 2025, शनिवार का दिन ग्रहों की दृष्टि से…

Sep 13, 2025
मूलांक 8

Numerology: मूलांक 8 वालों पर रहती है शनिदेव की खास कृपा, संघर्ष के बाद मिलती है बड़ी सफलता

अंक ज्योतिष (Numerology) में हर अंक का अपना अलग महत्व होता है। यह व्यक्ति के…

Sep 11, 2025

यदि कोई व्यक्ति या स्त्री व्रत करती है तो जहां तक संभव हो सके आजकल फलों के अलावा किसी भी तरह की चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे व्रत खंडित होता है। व्रत रखने से पहले ही मानसिक तौर पर खुद को तैयार करना चाहिए क्योंकि कई व्रत ऐसे होते हैं जिनमें जल ग्रहण करना भी मना होता है।

गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं?

हिंदू धर्म में व्रत (उपवास) को आत्मशुद्धि, संयम और भक्ति का माध्यम माना गया है। व्रत के दिनों में व्यक्ति अपने खानपान और व्यवहार में विशेष सावधानी बरतता है ताकि उसका मन और शरीर दोनों भगवान की उपासना के योग्य बन सकें।

ताजा खबरें 😄👇

Happy New Year Shubhkamna Sandesh

Happy New Year Shubhkamna Sandesh: अपने फ्रेड्स और फैमली को भेजें यह शुभकामना संदेश

नया साल एक नई शुरुआत, नई उम्मीदों और नए सपनों का संदेश लेकर आता है।…

Dec 18, 2025
Huawei Mate 80

Huawei Mate 80 सीरीज: डिमांड इतनी ज्यादा कि कंपनी भी हैरान! क्या आपको भी करना होगा इंतजार?

Huawei ने चीन के स्मार्टफोन बाजार में Mate 80 सीरीज के साथ धमाकेदार वापसी की…

Dec 16, 2025
लाडकी बहिन योजना

क्या बंद हो रही है लाडकी बहिन योजना? नवंबर-दिसंबर की किस्तें अटकीं, जानें पूरा मामला

महाराष्ट्र की लाडकी बहिन योजना में दो महीने से किस्तें अटकी हैं। चुनावी प्रक्रिया को…

Dec 9, 2025

गाजर का हलवा अगर शुद्ध फलाहारी सामग्री से बनाया गया हो तो वह भी व्रत में सेवन योग्य हो सकता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार व्रत में सात्विक भोजन ही करना चाहिए। भोजन में लहसुन, प्याज, सामान्य नमक, मैदा, मावा या किसी प्रकार की तामसिक सामग्री न हो।

यदि आप गाजर का हलवा सिर्फ गाजर, दूध, देसी घी और सेंधा नमक या शुद्ध शक्कर से बनाते हैं तो वह सात्विक भोजन माना जाएगा और व्रत में ग्रहण किया जा सकता है। लेकिन अगर उसमें बाजार की चीनी, मावा या सूजी, मैदा आदि डाल दी गई हो तो वह व्रत के नियमों के विरुद्ध हो जाएगा और धर्म की दृष्टि से अनुचित माना जाएगा।

धार्मिक ग्रंथों में व्रत के समय मन, वाणी और शरीर की शुद्धता का विशेष महत्व बताया गया है। इसलिए भोजन में भी ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जो पवित्र, शुद्ध और सात्विक हों। घर में बना शुद्ध गाजर का हलवा व्रत के नियमों का पालन करते हुए बनाया जाए तो वह न केवल स्वादिष्ट होगा बल्कि उसे व्रत के दौरान खाया भी जा सकता है।


Follow us on Google News

देश और दुनियाँ की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ। लेटेस्ट न्यूज के लिए Huntnews.Com के होमपेज पर जाएं। आप हमें फेसबुक, पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब कर सकते हैं।

Picture of Ratna Priya

Ratna Priya

रत्ना प्रिया पिछले 6 वर्षों से डिजिटल मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। वह मुख्य रुप से राजनीति, समाज, जेंडर, जीवनशैली, धर्म और संस्कृति जैसे विषयों पर लेखन करती हैं।

व्रत में गाजर या गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं – जानिए पूरी सच्चाई

व्रत में गाजर या गाजर का हलवा खा सकते हैं या नहीं
Picture of Ratna Priya

Ratna Priya

रत्ना प्रिया पिछले 6 वर्षों से डिजिटल मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। वह मुख्य रुप से राजनीति, समाज, जेंडर, जीवनशैली, धर्म और संस्कृति जैसे विषयों पर लेखन करती हैं।

Related Posts