चींटियों को आटा खिलाने से क्या लाभ होता है? यह सवाल हर किसी के मन में होता है। चींटियाँ दो प्रकार की होती हैं। लाल चींटी और काली चींटी। चींटियों को शनिदेव का प्रतीक माना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन चींटियों को आटा खिलाने से कई तरह के लाभ होते हैं? चींटियों को खाना खिलाने से व्यक्ति के जीवन का बुरा वक्त खत्म हो जाता है। इसलिए चींटियों को खाना खिलाने की मान्यता है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, काली चींटियों को शुभ माना जाता है। लाल चींटियों को अशुभ माना जाता है। लेकिन जब लाल चींटियाँ अपने मुह में अंडे दबाकर कतार में जाती हुए दिखाई दे तो इसे शुभ माना जाता है। चींटियों को शक्कर या आटा खिलाने से किसी व्यक्ति के ऊपर जो बाधा होती है वह नष्ट हो जाती है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चींटियों को भोजन कराने से देवता प्रसन्न रहते हैं। काली चींटी को भगवान विष्णु का रूप माना गया है। काली चींटियों को शनिदेव का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए शनिवार के दिन काली चींटियों को चावल का आटा और शक्कर मिलाकर खिलाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं।
चींटियों को भोजन खिलाने के लाभ
* चींटी को आटा खिलाने से बुरे बंधन से मनुष्य को मुक्ति मिलती है।
* चींटियों को आटा खिलाने से व्यक्ति के ऊपर आने वाला संकट टल जाता है या फिर कम हो जाता है।
* कर्ज से परेशान व्यक्ति को शनिवार के दिन चींटी को आटा खिलाने से कर्ज से मुक्ति के द्वार खुल जाते हैं।
* घर में नकारात्मक शक्तियों का वास होने पर नारियल के सूखे भूरे में थोड़ी सी चीनी मिलाकर चींटियों को देने से घर की नकारात्मक शक्तियों का विनाश होता है और सकारात्मक शक्तियों का वास घर के अंदर होता है।
* बादाम के पाउटर में चीनी मिलाकर चींटियों के खिलाने से नौकरी की समस्या खत्म होती है।
* नौकरी मिलने में परेशानी, नौकरी के संतुष्ट नहीं होना, व्यक्ति के ऊपर कर्ज की समस्या आदि धीरे-धीरे चींटियों को खाना खिलाने से कम हो जाते हैं।
* व्यक्ति के कुंडली पर राहू और केतु के प्रभाव को कम करने के लिए भूने हुए आटे में चीनी मिलाकर चींटी को खिलाना चाहिए। ऐसा करने राहू और केतु का प्रभाव कम होता है।
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