साधुओं की हत्या पर राजनीतिक बयानबाजी जारी, प्रियंका ने कहा- सख्त कार्रवाई हो

साधुओं की हत्या

नई दिल्ली। साधुओं की हत्या का ये मामला अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना का है। इलाके के एक शिव मंदिर में पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगदीश (55 वर्ष) और शेर सिंह (35 वर्ष) रहते थे। सोमवार देर रात दोनों साधुओं की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मंगलवार की सुबह मंदिर पहुंचे लोगों ने साधुओं का शव देखकर पुलिस को सूचना दी।

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सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों का पंचनामा करके पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इधर सूचना फैलते ही मौके पर दर्जनों लोग जमा हो गए। लोगों ने साधुओं के हत्या का विरोध किया। लोगों के गुस्से को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई।

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गौरतलब है कि बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या का मामला गरमा गया है। पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले पर राजनीति नहीं करने की अपील की है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोलते हुए साधुओं की हत्या को संज्ञान में लिया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने डीएम और एसएसपी को मौके पर जाकर मामले की जांच करके विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। सीएम योगी ने साधुओं की निर्मम हत्या पर कहा कि दोषियों की तत्काल गिरफ्तार करके उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस नेता और पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही यूपी में सौ लोगों की हत्या हो गई। तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के 5 लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ? आज बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जांच होनी चाहिए और मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। निष्पक्ष जांच करके मामले के तह तक जाना सरकार की ज़िम्मेदारी है।

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एसपी नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है। इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है। इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।

क्या था मामला?

जानकारी के अनुसार, साधुओं की हत्या को लेकर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल अभी बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन दो दिन पहले एक नशेड़ी राजू ने बाबा का चिमटा चुरा लिया था। इस बात को लेकर बाबा ने उसे फटकार लगाई थी। राजू इस बात को लेकर बाबा से चिढ़ गया था। पुलिस को आशंका है कि सोमवार देर रात वह तलवार लेकर मंदिर में पहुंचा और हत्या कर दी।

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