पटना। राजनीतिक हलचलों के बाद नीतीश कुमार की सरकार तो बन गई, लेकिन मुसीबत अभी भी पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में सत्ताधारी दल जदयू में फूट पड़ती दिखाई दे रही है। महागठबंधन टूटने के बाद अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर में आए शरद यादव तीन दिनों की बिहार यात्रा पर पटना पहुंचे हैं। पटना पहुंचते ही उन्होंने साफ किया कि वो नीतीश कुमार के फैसले से आहत हैं। इसलिए इस बारे में वो लोगों के बीच जाकर बात करेंगे।
इसी बीच खबर है कि शरद यादव की पार्टी जदयू ने उनको दो-टूक शब्दों में मर्यादाओं का पालन करने को कहा है। दरअसल शरद यादव नीतीश कुमार के उस फैसले से आहत हैं, जिसमें महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बना लिया है। शरद यादव ने नीतीश कुमार के इस फैसले को जनादेश का अपमान बताते हुए कहा कि इसके लिए वो जनता के बीच जाकर बात करेंगे। उन्होंने इसे जनादेश का अपमान बताते हुए जनहित अभियान नाम से शुरू अभियान में हिस्सा लेने के लिए तीन दिनों के दौरे पर बिहार आये हैं।
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पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर शरद यादव के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं जदयू के तरफ से केवल पूर्व मंत्री रमई राम ही उनके साथ दिखे। इसी शरद यादव ने कहा कि वो अब भी महागठबंधन के ही साथ हैं। नाराज शरद यादव ने कहा कि ‘हमने पांच साल के लिए किया गठबंधन किया था। जिस 11 करोड़ जनता से हमने जो करार किया था, वो ईमान का करार था। वो टूटा है, जिससे हमको तकलीफ हुई है।’
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साथ ही शरद यादव ने कहा कि 70 साल के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलता, जहां दो पार्टी या गठबंधन जो चुनाव में आमने-सामने लड़े हों और जिनके मेनिफेस्टो अलग-अलग हों, दोनों के मेनिफस्टो मिल गए हों। उन्होंने कहा कि यह लोकशाही में विश्वास का संकट है। हालांकि शरद यादव के इस रुख और तेवर पर उनकी पार्टी ने कहा है कि उन्हें जो कुछ भी कहना है वे पार्टी नेताओं के सामने कहें। वहीं जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि उन्हें 19 अगस्त को हो रही पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में अपना पक्ष रखना चाहिए।
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बता दें कि शरद यादव 3 दिनों के बिहार दौरे पर हैं। इस दौरे के पहले दिन वे पटना, सोनपुर और मुजफ्फरपुर की यात्रा करेंगे। दूसरे दिन मुजफ्फरपुर-दरभंगा-मधुबनी की और तीसरी और अंतिम यात्रा के अंतिम दिन मधुबनी-सुपौल-सहरसा-मधेपुरा की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे जनता का मन टटोलने की कोशिश करेंगे।
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