लगातार हो रही रेल दुर्घटना पर प्रभु ने ली जिम्मेदारी, इस्तीफे की पेशकश

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केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु

नई दिल्ली। पिछले कुछ महीनों में लगातार रेल दुर्घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी की जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की पेशकश की है। बुधवार को रेलमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुलाकात की।

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मीडिया से बातचीत में प्रभु ने कहा कि मुझे एक्सीडेंट्स से गहरा दुख पहुंचा है। कुछ लोगों की जानें गई हैं। मैंने पीएम से मिलकर हादसे की पूरी जिम्मेदारी ली है। उन्होंने मुझे इंतजार करने को कहा है। बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश को खतौली में हुए रेल हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 80 लोगों घायल हो गए थे।

रेलमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘तीन साल से कम वक्त में मैंने अपना खून-पसीना रेलवे को सुधारने में लगाया। पीएम की लीडरशिप में दशकों पुराने सिस्टम को सुधारने और रेलवे में इन्वेस्टमेंट की कोशिश की।

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नए भारत के लिए पीएम चाहते हैं कि रेलवे बेहतर और मॉडर्न बने। मैंने इस वादे को पूरा करने की कोशिश की। रेलवे प्रोग्रेस की इसी लाइन पर आगे बढ़ रहा है। लेकिन, हाल के हादसों से मैं बहुत दुखी हूं। कई लोगों की अपनी जान गवानी पड़ी।’

 

बता दें कि अभी तक जबसे प्रभु रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला है, तबसे कई घटनाएं हो चुकी है। कुछ खास घटनाओं पर एक नजर-

  • इंदौर-पटना एक्सप्रेस डिरेलमेंट
    इंदौर से पटना जा रही इंदौर-पटना एक्सप्रेस 20 नवंबर 2016 को हादसे का शिकार हो गया था। हादसा कानपुर में हुआ था। इस दुर्घटना में 150 यात्रियों की मौत हो गई थी।
  • जनता एक्सप्रेस एक्सीडेंट – देहरादून-वाराणसी एक्सप्रेस 20 मार्च 2015 को राय बरेली में डिरेल हुई। 58 लोगों की मौत हुई जबकि 150 घायल हुए। वजह टेक्नीकल फैल्योर थी।
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  • कौशाम्बी एक्सप्रेस हादसा – 25 मई 2015 को राउरकेला-जम्मू तवी मुरी एक्सप्रेस यूपी के कौशाम्बी में डिरेल हुई। पांच लोगों की मौत और 50 घायल हुए।
  • एनीकल डिरेलमेंट – 13 फरवरी 2015 को शाम सात बजे बेंगलुरु-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। दो कोच में बैठे 10 लोगों की मौत हुई। 154 जख्मी हुए।
  • कामायनी-जनता एक्सप्रेस दुर्घटना – यह दुर्घटना 4 अगस्त 2015 को हुई थी। दोनों ट्रेनें एक के बाद एक हादसे का शिकार हुईं। इसमें 31 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
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  • दुरंतो एक्सप्रेस डिरेलमेंट – सिकंदराबाद-लोकमान्य तिलक दुरंतो एक्सप्रेस कर्नाटक के कलबुर्गी में डिरेल हुई। 2 लोगों की मौत जबकि 7 घायल हुए।
  • हीराखंड एक्सप्रेस हादसा – इस हादसे में 41 लोगों की मौत हो गई जबकि 84 लोग घायल हुए थे। ट्रेन जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी।
  • उत्कल एक्सप्रेस हादसा – 19 अगस्त को यूपी के मुजफ्फरनगर के खतौली हुए हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई। हादसे में रेलगाड़ी की 12 बोगियां पटरी उतर गई। हादसे में 35 लोग घायल भी हुए थे।
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