नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करने वालों को नसीहत दी है। मोदी ने देश के वर्तमान माहौल पर गहरी चिंता व्यक्त की और लोगों को गांधी और विनोबा भावे के जीवन से सीख लेने की नसीहत दी। गुरुवार को गुजरात के साबरमती आश्रम में मोदी ने कहा कि देश के वर्तमान माहौल पर उन्हें गहरी पीड़ा है।
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हालांकि गोरक्षकों को ये संदेश देते वक्त पीएम मोदी भावुक हो गए। बता दें की पीएम मोदी साबरमती आश्रम की 100वीं वर्षगांठ पर बोल रहे थे। पीएम मोदी ने लोगों से पूछा कि क्या किसी इंसान को मार देना गोरक्षा है? उन्होंने कहा कि विनोबा भावे से बड़ा कोई गोरक्षक नहीं हुआ। देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा, क्योंकि यही हमारे मूलभूत संस्कार हैं।
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उन्होंने कहा कि ‘गोभक्ति के नाम पर लोगों को मारना स्वीकार नहीं किया जा सकता। गांधी और विनोबा भावे से ज्यादा किसी ने गोरक्षा की बात नहीं की। महात्मा गांधी भी आज होते तो इसके खिलाफ होते। यह रास्ता बापू का नहीं हो सकता। विनोबा का संदेश यह नहीं है।’ पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत अहिंसा की धरती है। यह महात्मा गांधी की धरती है। हम यह क्यों भूल जाते हैं?
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो कानून उसके खिलाफ काम करेगा। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी चीज की समाधान नहीं है। बता दें कि हाल के दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में गोरक्षा के कारण हिंसा को अंजाम दिया गया था। इसको लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर हमला कर रही थी।
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