नई दिल्ली। अमेरिका ने म्यांमार की सेना को चेतावनी देते हुए कहा है कि वहां की सेना जल्द से जल्द नेताओं की रिहाई सुनिश्चित करे, अन्यथा उनपर कार्रवाई की जाएगी। म्यांमार में सेना ने तख्तापलट कर दिया है और स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची समेत देश के शीर्ष नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
अमेरिका ने सोमवार को कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। अमेरिका ने चेताते हुए कहा कि अगर देश में लोकतंत्र बहाल करने के लिए सही कदम नहीं उठाये गये तो वह कार्रवाई करेगा। मीडिया खबरों के मुताबिक, सेना के स्वामित्व वाले टेलीविजन चैनल ‘मयावाडी टीवी’ पर सोमवार सुबह यह घोषणा की गयी कि सेना ने एक साल के लिए देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि “बर्मा की सेना ने देश में सत्ता के लोकतांत्रिक हस्तांतरण को कमतर करने के कदम उठाए हैं। इन खबरों से अमेरिका चिंतित है। यहां तक कि स्टेट काउंसर आंग सान सू ची एवं अन्य अधिकारियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘अमेरिका म्यामां के लोकतांत्रिक प्रतिष्ठानों के प्रति अपना मजबूत समर्थन जताता है और क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ तालमेल से सेना और अन्य सभी पक्षों से लोकतांत्रिक मूल्यों तथा कानून के शासन को मानने तथा आज हिरासत में लिये गये लोगों को रिहा करने का अनुरोध करता है।’’
राष्ट्रपति बाइडन को जानकारी दी गई
जेन साकी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलविन ने राष्ट्रपति जो बाइडन को स्थिति से अवगत करा दिया है। अमेरिका हालिया चुनाव के नतीजों को पलटने के प्रयास या म्यामांर में लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता के हस्तांतरण को रोकने के कदम का विरोध करता है।
उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अगर इन कदमों को वापस नहीं लिया गया तो अमेरिका इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
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