पीएम मोदी का रूस दौरा इन मायनों में है अहम

नई दिल्ली। पीएम मोदी सोमवार से रूस के दौरे पर जा रहे हैं। यह यात्रा पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के निमंत्रण पर कर रहे हैं। इस यात्रा में दोनों देशों से शीर्ष नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी। जिसमें आतंकवाद और आईएसआईएस के साथ-साथ सीरिया मुद्दे पर बातचीत होने संभावना है।

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

रूस में भारत के राजदूत पंकज सारन ने बताया, कि दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के महज 2 हफ्ते के अंदर व्लादिमीर पुतिन ने खुद पीएम मोदी को न्योता दिया था। पंकज सारन ने एएनआई को बताया कि पीएम मोदी राष्ट्रपति पुतिन के बीच बहुत ही अहम बैठक होगी। हर बैठक से यह बैठक इसलिए अलग है क्योंकि प्रेजिडेंट पुतिन ने पीएम मोदी चौथी बार राष्ट्रपति बनने के सिर्फ दो हफ्ते के बाद ही तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए न्योता दिया है।’

Follow us on Google News

आने वाली है सबसे तेज टेक्नोलॉजी, प्लेन से भी पहले पहुंचाएगी गन्तव्य स्थान पर

Follow WhatsApp Channel Follow Now

यह भी पढ़ें -   पेरिस समझौते से बाहर हुआ अमेरिका, भारत और चीन को ठहराया दोषी

उन्होंने आगे कहा कि यह दोनों के बीच की केमिस्ट्री के लिए बहुत अच्छा मौका है। सारन ने कहा, ‘दोनों नेता अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में एक-दूसरे की अर्थव्यवस्था और प्रभाव को बेहतर बनाने के लिए आपसी सहयोग पर चर्चा करेंगे।’

पीएम मोदी इस बातचीत के लिए 21 मई को सुबह रूस के सोचि पहुचेंगे। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच सालाना शिखर बैठकों का दौर 2002 से चला आ रहा है। साथ ही यह बैठक बारी-बारी से दोनों देशों की राजधानी रूस के मॉस्को और भारत ने नई दिल्ली में आयोजित की जाती है।

यह बैठक आमतौर पर होने वाले परंपरागत बैठकों से बिलकुल अलग है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी पीएम मोदी की अनौपचारिक बैठक हो चुकी है। आमतौर पर इस बैठक से संबंधित किसी भी प्रकार का कोई घोषणा-पत्र जारी नहीं होता है। बातचीत के विषय दोनों नेता अपने से हिसाब से चुन लेते हैं।

यह भी पढ़ें -   भारतीय भाषाओं की एकात्मता विषय पर भारतीय भाषा संगम का होगा राष्ट्रीय आयोजन

आठ घंटे से ज्यादा नींद लेते हैं तो हो जाइए सावधान, बेहद खतरनाक है ये

Follow WhatsApp Channel Follow Now

इस बैठक में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने, अफगानिस्तान व सीरिया में हालात, आतंकवाद के खतरे तथा आगामी शांगहाए सहयोग संगठन (एससीओ) व ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठकों पर विचार विमर्श हो सकता है। इसके साथ ही अमेरिका के एक नए कानून सीएएटीएसए के तहत रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के भारत-रूस रक्षा सहयोग पर संभावित असर भी इस दौरान चर्चा हो सकती है।

सारन ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच तीसरी दुनिया देशों में परमाणु क्षेत्र में सहयोग को लेकर भी बातचीत हो सकती है। बांग्लादेश में भारत रूपपुर परमाणु प्लांट बना रहा है। हम आशा करते हैं कि यहां रूसी और भारतीय एक्सपर्टीज एक हो पाएगी।’

यह भी पढ़ें -   जनसंघ नेता और आरएसएस प्रचारक पी. परमेश्वरन का 91 वर्ष में निधन

पीएम मोदी का सोचि एयरपोर्ट पर रूस के टॉप अधिकारी स्वागत करेंगे। इसके बाद वह पुतिन के रिजॉर्ट पर जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी इस साल के अंत तक भारत की यात्रा करेंगे। इस साल पुतिन और मोदी की यह पहली बैठक होगी।

यह भी पढ़ें-

Amazon के इस नए ब्राउजर में कुछ भी सर्च करो, किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा

इजरायल की ये मशीनें, जिसका लोहा पूरी दुनिया मानती है

तो ये है निरहुआ की असली पत्नी, जानें कौन । Who is real wife of Nirahua

सैम मानेकशॉ ने जब इंदिरा गांधी को कहा था, ‘मैं तैयार हूं स्वीटी’


मोबाइल पर भी अपनी पसंदीदा खबरें पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्विटरगूगल प्लस पर फॉलो करें

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

Follow us on Google News

देश और दुनिया की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ। लेटेस्ट न्यूज के लिए हन्ट आई न्यूज के होमपेज पर जाएं। आप हमें फेसबुक, पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब कर सकते हैं।


Follow WhatsApp Channel Follow Now