नई दिल्ली। संसद हमले से चर्चा में आए, कश्मीर के कुलगाम में दो आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी देविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि डीएसपी और आतंकियों के बीच 12 लाख में डील हुई थी। इसके बदले में वह आतंकियों को सुरक्षित चंडीगढ़ ले जाने वाला था।
डीएसपी ने अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बकायदा 4 दिनों को छुट्टी भी ली थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस और आतंकियों के बीच इस गठजोड़ से सुरक्षा एजेंसियों में चिंता बढ़ गई है। ऐसे में अब आइबी और रॉ जैसी केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त जांच इस हरकत की गांठ खुलेगी।
यह भी ट्रेंड में है 😊👇

पंजाब बाढ़ त्रासदी: आह्वान फाउंडेशन का बड़ा राहत अभियान, 30,000 राहत किट वितरित करने का संकल्प
पंजाब में आई भीषण बाढ़ से मची तबाही के बीच आह्वान फाउंडेशन ने राहत और…

Gold Rate Today: 9 सितंबर 2025: आज का सोने का भाव
Gold Rate Today: भारत में सोने का भाव हमेशा से ही आम लोगों और निवेशकों…

Lunar Eclipse 2025: दुनिया ने देखा ब्लड मून का नजारा, 3 घंटे तक चंद्रमा पर छाई पृथ्वी की रहस्यमयी छाया!
Lunar Eclipse Photos 2025 – साल 2025 का अंतिम चंद्र ग्रहण दुनिया भर के खगोल…
संसद पर हमला में भी उछला था देविंदर सिंह का नाम
खबरों के मुताबिक, कुख्यात आतंकियों के लिए हथियारों की डील का जिम्मा भी इसी डीएसपी के पास ही था। फिलहाल इस मामले में सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही है, संभावना है कि पूछताछ के बाद कई बड़े मामले का खुलासा हो सकता है। बता दें कि डीएसपी देविंदर सिंह का भारतीय संसद पर हमला होने के बाद भी सामने आया था।

रविवार को राज्य पुलिस के महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि डीएसपी देविंदर सिंह ने बहुत ही जघन्य अपराध किया है। डीएसपी श्रीनगर एयरपोर्ट जैसे अति संवेदनशील जगह पर तैनात था। हालांकि विजय कुमार ने कहा कि इसके लिए पूरी पुलिस को दोषी नहीं माना जा सकता।
ताजा खबरें 😄👇

Happy New Year Shubhkamna Sandesh: अपने फ्रेड्स और फैमली को भेजें यह शुभकामना संदेश
नया साल एक नई शुरुआत, नई उम्मीदों और नए सपनों का संदेश लेकर आता है।…

Huawei Mate 80 सीरीज: डिमांड इतनी ज्यादा कि कंपनी भी हैरान! क्या आपको भी करना होगा इंतजार?
Huawei ने चीन के स्मार्टफोन बाजार में Mate 80 सीरीज के साथ धमाकेदार वापसी की…

क्या बंद हो रही है लाडकी बहिन योजना? नवंबर-दिसंबर की किस्तें अटकीं, जानें पूरा मामला
महाराष्ट्र की लाडकी बहिन योजना में दो महीने से किस्तें अटकी हैं। चुनावी प्रक्रिया को…
मीडिया खबरों के मुताबिक, नवीन ने रवाना होने से पहले अपने भाई को फोन किया था। फोन पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के सर्विलांस पर था। जिसके बाद पुख्ता सबूत के आधार पर वाहन को रोका गया।
बताया जा रहा है कि आतंकी नवीद पुलिस का भगौड़ा था। वह साल 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। गृह मंत्रालय चाहता है कि ऐसे अधिकारियों की पहचान की जाए जो आतंकियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसलिए पुलिस विभाग के अधिकारियों की स्क्रीनिंग होगी।
संसद पर हमला होने के बाद आया था नाम
बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी देविंदर सिंह का नाम संसद हमले के बाद भी चर्चा में आया था। अफजल ने दावा किया था कि कार देविंदर सिंह ने ही उपलब्ध करवाई थी। हालांकि पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर विजय कुमार ने इस बात से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

देश और दुनियाँ की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ। लेटेस्ट न्यूज के लिए Huntnews.Com के होमपेज पर जाएं। आप हमें फेसबुक, पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब कर सकते हैं।
































