नई दिल्ली। उन्नाव रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा कि अगर जरूरत हुई तो केस को उत्तर प्रदेश से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है। इसके साथ कोर्ट ने केस जुड़े सीबीआई अधिकारियों को तलब किया है।
मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से केस की रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि उन्नान रेप केस मामला संसद में भी गुंज रहा है। कोर्ट इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर सकती है। 17 जुलाई को प्राप्त हुई चिट्ठी को मुख्य न्यायाधीश के सामने पेश करने में हुई देरी पर कोर्ट ने सेक्रेटरी जनरल से कारण बताने को कहा है।
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सुप्रीम कोर्ट को भेजे गए इस चिट्ठी में पीड़िता और उनके परिवार ने अभियुक्तों द्वारा धमकी दिए जाने की शिकायत की थी। बता दें कि उन्नाव केस में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित कई लोग अभियुक्त हैं।
विदित हो कि बीते रविवार को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता, अपनी चाची व वकील के साथ कार से जा रही थी। तभी तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। घटना में पीड़िता की चाची की मौत हो गई जबकि पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए।
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बताया जा रहा है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र की जानकारी दी गई थी और उन्होंने सेक्रेटरी जनरल से नोट बनाकर उनके सामने पेश करने को कहा था। मामले में मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि कोर्ट इस मामले में गुरुवार को सुनवाई करेगा।
उन्होंने कहा कि कोर्ट प्रयास करेगा कि इस विनाशकारी माहौल में कुछ सृजनात्मक और बेहतर किया जा सके। इसके अलावा कोर्ट ने 17 जुलाई को प्राप्त हो गई चिट्ठी को 30 जुलाई की शाम चार बजे तक मुख्य न्यायाधीश के सामने न पेश किये जाने पर सेक्रेटरी जनरल से कारण पूछा है।
इस मामले में पीड़िता की मां ने कोर्ट से मामले को उत्तर प्रदेश से दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की थी। इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया कि यदि जरूरत महसूस हुई तो केस से जुड़े सभी मामलों को उत्तर प्रदेश से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है।

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