नई दिल्ली। पूरे देश में देशव्यापी लॉकडाउन-2 की अवधि खत्म होने को है लेकिन दिन-प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं लॉकडाउन की वजह से भारतीय रेलवे की सेवाएं भी यात्रियों के लिए पूरी तरह से बंद है। वहीं इस देशव्यापी लॉकडाउन में अपने घर से बाहर फंसे लोग ट्रेन खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि वो अपने गंतव्य तक पहुँच सके, लेकिन ये इंतजार अभी और लंबा हो सकता है। भारतीय रेलवे ने टिकट की बुकिंग को 4 महीने के लिए बढ़ा दिया है।
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन-2 के खत्म होने के बाद यानी 3 मई के बाद भी ट्रेनें नहीं चलाने का फैसला लिया जा सकता है। ट्रेन सर्विस को शुरु करने से पहले रेलवे को कोविड-19 के सेफ्टी प्रोटोकॉल को पूरा करवाना चुनौतीपूर्ण है।
खबरों के मुताबिक, कोविड-19 के सेफ्टी प्रोटोकॉल को लेकर रेलवे तैयारी कर रहा है। सफर के दौरान और रेलवे स्टेशनों पर सोशल डिस्टेंसिंग को कैसे लागू किया जाए। संक्रमित व्यक्ति को सफर से कैसे रोका जाए। संक्रमण फैसले से कैसे रोका जाएगा। इन सबको लेकर रेलवे तैयारी कर रहा है, लेकिन लॉकडाउन के बाद ट्रेन सर्विस खुलेगी, इसकी उम्मीद बेहद कम है।
वहीं भारतीय रेलवे ने एक बड़ा फैसला लेते हुए टिकटों की बुकिंग को अगस्त तक के लिए रोकने का फैसला किया है। दरअसल पहले लॉकडाउन के दौरान ट्रेन खुलने की आस में लाखों लोगों ने टिकट ऑनलाइन बुक करवा लिया। लोगों को लगा कि लॉकडाउन खत्म होते ही ट्रेनें चलने लगेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोगों को अपने टिकट कैंसिल करवाने पड़े। जिसके बाद लॉकडाउन-2 लगते ही रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी पर टिकट बुकिंग को लेकर अगले आदेश तक रोक लगा दी।
गौरतलब है कि देश में लॉकडाउन लागू होने से भारतीय रेलवे को लाखों करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। महज 30 अप्रैल तक ही 32 लाख लोगों ने टिकट बुक करवाये थे। जिसमें 14 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ही 21.17 लाख यात्रियों ने अपनी टिकट बुक कराई थी। लेकिन अब रेलवे ने अगस्त तक ट्रेन टिकटों की बुकिंग पर रोक लगा दी है।
देश और दुनिया की ताजा खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ। लेटेस्ट न्यूज के लिए हन्ट आई न्यूज के होमपेज पर जाएं। आप हमें फेसबुक, पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब कर सकते हैं।