नई दिल्ली। गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले (pulwama aatanki hamla) के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन्स का दर्जा वापस ले लिया है। हमले के बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसका फैसला किया गया। वहीं पीएम मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकी और उनके सरपरस्त ने बहुत बड़ी गलती कर दी है। गुनाहगारों को इसकी सजा जरूर मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ा हमारा पड़ोसी देश अगर यह समझता है कि वह जिस तरह का कृत्य कर रहा है, जिस तरह की साजिशें कर रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा होगी तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है।
पीएम ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी हुई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में शहीद जवानों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। हम उनके साथ हैं।
पुलवामा में हमले के बाद भारत ने CCS की बैठक की। इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शामिल हुईं। इस बैठक में सरकार की तरफ के चार बड़े फैसले लिए गए।
- बैठक के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया है। अब पाकिस्तान को मिलने वाली छूट बंद हो जाएगी। अब भारत के साथ ट्रेड करने में छूट नहीं मिलेगी।
- विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों से बात करेगा। भारत दुनिया के सामने पाकिस्तान के आतंकपरस्ती चेहरे को भी उजागर करेगा।
- भारत संयुक्त राष्ट्र में 1986 में अपने दिए गए आतंक की परिभाषा को पास करवाने की कोशिश करेगा। इसके लिए अन्य देशों पर दवाब बनाया जाएगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग छेड़ दी है। उन्होंने सेना को खुली छूट दी है।
वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को बैठक करेंगे। जिसके बाद आगे की रणनीति पर चर्चा किए जाने की संभावना है।
पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए सीआरपीएफ ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं। सीआरपीएफ ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया कि हम भूलेंगे नहीं, हम माफ भी नहीं करेंगे। सीआरपीएफ ने कहा कि इस जघन्य हमले का बदला लिया जाएगा। हम अपने शहीदों को सैल्यूट करते हैं और शहीद भाइयों के परिवार के साथ खड़ें हैं।
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